Kalasa Banduri Project - कलसा बंडूरी परियोजना विवाद
Kalasa Banduri Project - कलसा बंडूरी परियोजना विवाद पृथ्वी के 3/4 भाग पर जल है, लेकिन उसमें से अधिकांश खारा जल है। अगर हम फ्रेश वाटर की बात करें तो केवल 2.5% पानी ही हमारे लिए उपलब्ध है जो कि फ्रेश वाटर है। इसका भी अधिकांश हिस्सा ग्लेशियर के रूप में, भूजल के रूप में या झीलों के रूप में है। फ्रेश वाटर का केवल 0.49% ही नदियों में पाया जाता है। आज हम ऐसे ही एक विवाद की चर्चा करेंगे जो दशकों से चला आ रहा है और हाल ही में फिर से चर्चा में है। इस विवाद का नाम है कलसा बंडूरी परियोजना विवाद। सबसे पहले देखते हैं कि यह चर्चा में क्यों है, फिर जानेंगे कि यह परियोजना क्या है और किन-किन राज्यों के बीच में विवाद है। कलसा बंडूरी परियोजना का महत्व : गोवा और कर्नाटक दोनों ही इस जल को अपने लिए महत्त्वपूर्ण मानते हैं। कर्नाटक कहता है कि महाद नदी का पानी मोड़ कर पेयजल संकट को हल किया जाए। गोवा का कहना है कि इससे पर्यावरणीय संकट उत्पन्न होंगे और जल की कमी हो सकती है। महाद नदी का परिचय - महाद नदी का उद्गम कर्नाटक के बेलगावी जिले से होता है और यह पश्चिम की ओर बहते हुए...